भीतर संयम का संस्कार और ध्यान की ऊर्जा प्रकट होने से चित्त अकंप होता है। ऐसे अकंप चित्त से जो भी नज़र आए, उसे ही विवेक कहते हैं। | Shrimad Rajchandra Mission, Delhi भीतर संयम का संस्कार और ध्यान की ऊर्जा प्रकट होने से चित्त अकंप होता है। ऐसे अकंप चित्त से जो भी नज़र आए, उसे ही विवेक कहते हैं। | Shrimad Rajchandra Mission, Delhi

Feb 03, 2022

भीतर संयम का संस्कार और ध्यान की ऊर्जा प्रकट होने से चित्त अकंप होता है। ऐसे अकंप चित्त से जो भी नज़र आए, उसे ही विवेक कहते हैं।

Sri Guru

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